सऊदी अधिकारियों ने इस देश की विमान दुर्घटना को एक बताया था, लेकिन इस बीच एक खुलासा हुआ है जो बिन सलमान की रची साज़िश की तरफ़ इशारा कर रहा है।
सऊदी अरब की विमान दुर्घटना पर इस देश के अधिकारियो ने दावा किया कि एक ट्रेनिंग मिशन के दौरान इस देश का एक लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसके सभी चालक दल के सदस्य मारे गए।
इस बीच इस घटना पर यमनी पत्रकार अनीस मंसूर कुछ अलग जानकारियां प्रदान करते हैं। यह घटना 8 दिसंबर को हुई थी जिसकी सऊदी मीडिया और अखबारों में खूब चर्चा हुई थी।
इस यमनी पत्रकार ने सोशल प्लेटफॉर्म “एक्स” (पूर्व ट्विटर) पर ट्वीट्स की एक श्रृंखला में लिखा: “सऊदी लड़ाकू विमान को अपने ही देश द्वारा दागी गई मीसाइल से मार गिराया गया है, और वह खबरें जिनमें कहा गया है कि इस विमान को यमन की अंसारुल्लाह ने मार गिराया है सच नहीं हैं।”
शाही परिवार में जारी रस्साकशी
उन्होंने आगे लिखा, “इस लड़ाकू विमान को मार गिराने का मुद्दा सऊदी परिवार के भीतर जारी रस्साकशी से जुड़ा है, और यह पूरी तरह से आंतरिक मुद्दा है। पिछले बुधवार को मोहम्मद बिन सलमान ने एक सऊदी राजकुमार को यात्रा को रोक दिया था। बिन सलमान के आदेश पर एयरपोर्ट पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने इस राजकुमार को विमान में सवार होने से रोक दिया था, और बाद में उनको एयरपोर्ट से वापस कर दिया गया।”
यह कार्रवाई मुहम्मद बिन सलमान की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और कुछ राजकुमारों की सजा और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई के शीर्षक के तहत की गई थी। यह वह चीज़ें हैं जो जनता के सामने नहीं लाई जाती हैं… हमें गाजा युद्ध में ही लगा रहने दीजिए… क्योंकि गाजा युद्ध और गाजा की सच्चाईयां नई वास्तविकताओं को सामने लाएंगे!!”
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अनीस मंसूर आगे कहते हैं:
“सऊदी अरब पर शासन करने वाले सऊदी परिवार के भीतर समस्याएं हैं, ऐसे राजकुमार हैं जिन्हें रास्ते से हटा दिया गया है, ऐसे राजकुमार हैं जिन्हें कैद कर लिया गया है, ऐसे राजकुमार हैं जिनके बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, ऐसे राजकुमार हैं जो निगरानी में हैं।”
सऊदी नेतृत्व पर अमीराती लॉबी का प्रभाव
उन्होंने कहा: “जैसा कि कहा गया था, सऊदी अरब के सत्तारूढ़ परिवार के भीतर एक मजबूत संघर्ष और रस्सा कशी जारी है, जिसके कारण परिवार कई हिस्सों में विभाजित हो गया है।
हमें सऊदी परिवार के भीतर प्रभावशाली लॉबी के गठन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, खासकर अमीराती लॉबी, जिसका सऊदी परिवार में बहुत प्रभाव है। यह लॉबी कुछ मुद्दों पर इस परिवार पर दबाव डालती है और यहां तक कि इसका फायदा भी उठाती है। शाही परिवार की इस अस्थिर आंतरिक स्थिति ने देश की स्थिति को अस्थिर और अनिश्चित बना दिया।
अनीस मंसूर ने कहा:
“इस घटना के बाद, हमेशा की तरह, सऊदी साइबर सेल ने हमेशा की तरह अपना काम करना शुरू कर दिया और इस लड़ाकू विमान को गिराए जाने की घटना के बारे में बार-बार और लगातार कमेंट और वही घिसे-पिटे शब्द कहना शुरू कर दिया…
इस सबके बीच बड़ा सवाल यह है कि युद्धक विमानों को मार गिराना वास्तव में एक दुर्घटना है या फिर किसी को रास्ते से हटाने के लिए किए कए एक ऑपरेशन के रूप में भी इसका मूल्यांकन किया जा सकता है?
सऊदी लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घोषणा
गुरुवार, 8 दिसंबर को, सऊदी रक्षा मंत्रालय ने F15-SE युद्धक विमान के गिरने की घोषणा की और दावा किया कि यह घटना दक्षिणी सऊदी अरब के अल-शरकिया प्रांत में एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान हुई और उसके सभी प्रशिक्षण कर्मी मारे गए। हैं
सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता तुर्की अल-मलिकी ने एक बयान में कहा: दुर्घटना गुरुवार को 12:50 बजे हुई जब विमान धहरान में किंग अब्दुलअज़ीज़ एयर बेस पर एक नियमित प्रशिक्षण मिशन कर रहा था।
बयान के अनुसार इस दुर्घटना के कारणों की जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है जिसने अपना काम शुरू कर दिया है।
बिन सलमान के बड़े प्रतिद्वंदी तलाल बिन अब्दुल अज़ीज़ की दुर्घटना में मौत
हालांकि सऊदी रक्षा मंत्रालय के बयान में इस घटना में मारे गए लोगों के नाम का जिक्र नहीं किया गया, लेकिन सऊदी अरब में “एक्स” प्लेटफॉर्म पर “तलाल बिन अब्दुलअज़ीज़ बिन बंदर” टैग ट्रेंड हुआ।
कई यूज़र्स ने प्रिंस तलाल बिन अब्दुलअज़ीज़ की मौत पर खेद प्रकट करते हुए शोक संदेश भी प्रकाशित किए। प्रिंस अब्दुल रहमान बिन मोसैद समेत कई सऊदी राजकुमारों ने भी इस घटना में तलाल बिन अब्दुलअज़ीज़ की मौत पर शोक व्यक्त किया।
यह पहली बार नहीं है कि जब सऊदी अरब सऊदी अरब के लड़ाकू मिमान या फिर ट्रेनिंग विमान यमन में गिरे हो और सऊदी रक्षा मंत्रालय ने इस दुर्घटना या फिर हौथियो का कार्यवाही बताया हो। जब कि कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और सऊदी यूज़र्स इसको बिन सलमान द्वारा शाही खानदान के अपने विरोधियों और आलोचकों को रास्ते से हटाने के तरीके के तौर पर देखते हैं।