इजरायल फिलिस्तीन के प्रतिरोधी बलों से मिली हार का बदला इन दिनों गाजा में नरसंहार करके ले रहा है। इजरायली हमलों में अब तक 1000 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है।
इन दिनों इजराइल गाजा पट्टी के निवासियों का लगातार खून बहाकर फिलिस्तीनी प्रतिरोधी समूहों से मिली भारी और अभूतपूर्व हार का जवाब दे रहा है। इज़राइल ने मानवता के खिलाफ अपराध का एक नया पृष्ठ खोल दिया है और फॉस्फोरस बम जैसे प्रतिबंधित हथियारों का उपयोग करने के अलावा, वह “सर्वनाशकारी हथियारों” का उपयोग करने गाजा में नरसंहार जारी रखे हुए है।
गाजा में नरसंहार का समर्थन करते हुए लिकुड पार्टी के कानूनी मंत्री “रॉयटल गॉटलीफ़” ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा: “जेरिको मिसाइल!” जेरिको रॉकेट! सामरिक चेतावनी, सर्वनाशकारी हथियार! यह मेरा विचार है।” जेरिको इजराइल की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का नाम है जो दुनिया में कहीं भी निशाना साध सकती है।
सभी जानते हैं कि इज़रायल के पास 100 से 200 परमाणु हथियार हैं।
हालांकि इज़रायली कैबिनेट ने इस मुद्दे की न तो कभी पुष्टि की है और न ही इसका खंडन किया है। परमाणु मिसाइलों के बारे में अपनी पोस्ट को जारी रखते हुए, गॉटलीफ ने गाजा पर परमाणु हमले का समर्थन करते हुए लिखा: “केवल एक विस्फोट जो मध्य पूर्व को हिला देगा, वह इज़राइल को बचा सकता है! दुनिया की समाप्ति का समय आ चुका है, बिना किसी हिचक के शक्तिशाली मीसाइलें दागें, गाज़ा को नष्ट कर दे, यह नारों से नहीं किया जा सकता, शक्तिशाली बमों से किया जाएगा, बिना किसी रहम के हमला करो।”
एक्स इसके पोस्ट कि हिंसक बताते हुए “नियमों के संभावित उल्लंघन” के साथ टैग किया है, लेकिन इसे प्लेटफार्म से हटाया नहीं है, क्योंकि ऐसा लगता है कि कुछ लोगों को यह सही लगता है। कई अन्य पोस्ट में, गॉटलिफ़ ने इज़रायली कैबिनेट से गाजा पर बेरहमी से हमला करने और नष्ट करने का भी आग्रह किया। उन्होंने हमास के खिलाफ दिए गए कड़े भाषण के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की भी सराहना की।
भले ही इजरायल अपने इस चरमपंथी मंत्री की बात न सुने, लेकिन पिछले 10 दिनों में इस शासन ने फिलिस्तीनियों के विरुद्ध जो अपराध किए हैं और जैसा गाजा में नरसंहार जारी रखा है वह जो जेरिको सामुहिक विनाश वाले बमों और परमाणु हथियारों के उपयोग से अलग नहीं हैं।
बुधवार सुबह समाचार सूत्रों ने गाजा के उत्तर-पश्चिम में इजरायल के बर्बर हमलों का जिक्र करते हुए घोषणा की कि इन हमलों में प्रतिबंधित फॉस्फोरस बमों का इस्तेमाल किया गया था।
समाचार सूत्रों ने घोषणा की कि ये बड़े पैमाने पर हमले लगातार हुए और कई फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए या घायल हुए। ऐसा कहा जाता है कि ये हमले इतने भीषण थे कि “हे अल-करामा” क्षेत्र की ओर जाने वाली सभी सड़कें अवरुद्ध हो गईं और बचाव वाहन क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सके। लेबनान की आधिकारिक न्यूज़ एजेंसी ने यह भी घोषणा की कि इजरायल ने उत्तरी इजरायल के साथ लेबनान की सीमा पर स्थित दो शहरों अल-अमारी और अल-मजीदियाह के आसपास फॉस्फोरस बम दागे हैं।
इस समाचार एजेंसी के मुताबिक, इजराइल ने इन प्रतिबंधित हथियारों से दक्षिणी लेबनान के शेबा फील्ड्स और कफ्र शुबा हाइट्स के इलाके पर बमबारी की है। 1980 में जिनेवा जो मनुष्यों और पर्यावरण के खिलाफ आग लगाने वाले हथियार के रूप में सफेद फास्फोरस के उपयोग पर प्रतिबंध लगाता है, समझौते के अनुसार फास्फोरस बम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित हथियार हैं।
गाजा में स्वास्थ्य क्षेत्र एक बड़ी आपदा के कगार पर
ऐसी स्थिति में जहां अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निष्क्रियता के बीच इजरायल ने व्यावहारिक रूप से प्रतिबंधित हथियारों के साथ गाजा में नरसंहार शुरू कर दिया है, गाजा में स्वास्थ्य क्षेत्र एक बड़ी आपदा के कगार पर है। इजरायल गाजा पट्टी में घरों, अस्पतालों और चिकित्सा कर्मचारियों पर बढ़ती तीव्रता के साथ बमबारी कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अनदेखी कर रहा है। गाजा पर इजरायल की भीवस्त बमबारी स्वास्थ्य क्षेत्र को आपदा के कगार पर पहुँचा रही है। पहले से लचर चिकिस्ता स्थिति में गाजा पट्टी में अस्पतालों और चिकित्सा कर्मचारियों को बार-बार निशाना बनाना स्वास्थ्य क्षेत्र को एक बड़ी आपदा के कगार पर खड़ा कर रहा है।
इजरायली सेना के हमलों के कारण बैत हनून और गाजा इंटरनेशनल ऑप्थेलमिक अस्पताल अस्पताल का संचालन बंद कर दिया गया है। इजरायली हमले में अब तक, पांच अस्पताल बचावकर्मी मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं। गाजा पट्टी हर चीज की कमी से जूझ रही है. यहां तक कि मुर्दाघर भी अब मृतकों के शव रखने की जगह नहीं बची है। फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की कि इजरायली हमले में 2400 लोग शहीद हुए हैं, जिनमें से 800 बच्चे और 330 महिलाएँ हैं, और इन हमलों के परिणामस्वरूप 5,000 लोग घायल हुए हैं।
इस त्रासदी के समानांतर, मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने इस क्षेत्र में तनाव के नवीनतम आंकड़ों में घोषणा की कि विस्थापित लोगों की कुल संख्या अब 263,934 लोगों से अधिक हो गई है और उम्मीद है कि यह संख्या और बढ़ेगी।
गाजा में नरसंहार और मानवाधिकार पर अमेरिकी का दोगली पॉलीसी
ऐसी स्थिति में जहां गाजा के लोग पिछले सप्ताह शनिवार के बाद से उनके खिलाफ सबसे अभूतपूर्व अपराध देख रहे हैं, बिडेन सरकार ने तेहरान, दमिश्क, बेरूत, बगदाद, सना आदि को धमकी देकर और इजरायल गाजा युद्ध में हस्तक्षेप न करने का बयान देकर एक प्रकार से इजरायल को हर अपराध करने की खुली छूट दे दी है।
दूसरे शब्दों में कहें तो अमेरिका ने तेहरान, दमिश्क, बेरूत, बगदाद, सना आदि से कहा है कि गाजा के साथ न देना और इजरायल से कहा है हम तुम्हारे साथ हैं जो अपराध करना है कर लो!
इजरायलियों के लिए आँसू भरी आंखे और टूटे दिल वाले दावे के साथ बिडेन गाजा में इजरायल के हर अपराध को सही ठहरा रहे हैं और उनके साथ खड़े हैं। सैन्य और राजनयिक समर्थन से लेकर बेड़े और लड़ाकू विमानों को भेजने तक इजरायल के लिए अमेरिका का समर्थन जारी है। इस संबंध में बुधवार सुबह इजरायली सेना ने अमेरिकी सैन्य सहायता और गोला-बारूद लेकर इजरायल पहुंचने वाले पहले विमान के आने की घोषणा की है।
इज़रायली सेना ने घोषणा की कि ये उपकरण और गोला-बारूद उन्नत हैं और बड़े पैमाने पर हमलों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। समाचार सूत्रों ने घोषणा की कि यह विमान नबातिम सैन्य अड्डे पर उतरा।
इसके अलावा, मीडिया में इजरायली बेस से तस्वीरें प्रकाशित कीं, जिसमें इजरायली लड़ाकों को “हेलफायर” जैसी अमेरिकी मिसाइलों से गाजा के लोगों को निशाना बनाते हुए दिखाया गया है।
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा था कि अमेरिका शासन आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए इजरायल को गोला-बारूद और टोही विमान सहित अधिक सैन्य उपकरण भेज रहा है।
स्पुतनिक समाचार एजेंसी ने यह भी बताया कि एक अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने इस समाचार एजेंसी को बताया कि ऑस्टिन ने अमेरिकी विशेष अभियान बलों को इजरायल को खुफिया सहायता प्रदान करने का आदेश दिया है।